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प्रधान मंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई), जन-धन से जन सुरक्षा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योजति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई),

हमारे बारे में

 

यह संस्था भारत के सभी राज्यों मे कार्यरत लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बना चुकी है। इसके के द्वारा लोगों मे शान्ति, विश्वास, आत्मनिर्भता, स्वास्थ जागरूकता, रोजगार, आदि कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को बेहतर समाज का रूप दे रही है। “जब तक हमारे पास तनाव मुक्त मन और हिंसा रहित समाज नहीं होगा, तब- तक हम विश्व शांति स्थापित नहीं कर सकते हैं। नौजवानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एवं स्वास्थ के प्रति जागरूक करने के लिए संस्था द्वारा सभी प्रदेशों मे अनेको-अनेक कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकता का संचार किया जा रहा है । लाखों लोगों द्वारा कार्यक्रम के माध्यम से स्वयं को क्रियावन्तित करके आत्मनिर्भता की तरफ बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य होता है कि लोगों मे नाकारात्मकता को खत्म करके साकारात्मकता का सृजन किया जाये, जिससे एक समृद्ध समाज का निर्माण हो सके। एक समृद्ध समाज ही देश को समृद्ध बनाता है । संस्था की विचारधारा भारत वर्ष को आत्म निर्भर भारत एवं सशक्त भारत के रूप में मजबूत करना है। प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान ने भारत के सभी समुदायों मे विभिन्न मानवतावादी कार्यक्रमों के द्वारा शांति स्थापित करके आत्मनिर्भता की पहल की है, जिसमे सम्मलित है समाधान, आपदा निवारण, स्थिर ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, सब के लिये शिक्षा और पर्यावरण स्थिरता।

सहयोगी संस्थाए-

 

प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के कुछ 500 से ज्यादा संस्थाएं हमारे साथ सहयोगी कि तरह कार्य कर रही हैं। जिनका दृष्टिकोण भी तनाव मुक्त और हिंसा रहित समाज में फैली कुरूतीयों को दूर कर , देश प्रदेश समाज को मजबूत और ससंख्त कर रोजगार से परिपूर्ण बनाना है। जिसमे भारत के इतिहास को दर्शन के माध्यम से लोगो में विज्ञान का प्रचार करने वाली संस्था सनातन दर्शन,महिमा करियर इन्स्टीट्यूट, भूधरा फाउण्डेशन, संकल्प सेवा संस्थान, सत्य समर्पण, कला संस्थान, शिल्पी महिला सेवा संस्थान मानव जीवन के अधिकारो पर सर्वे कर रही संस्था भारतीय मानव विकास संस्था, स्वास्थ के विषय पर कार्य कर रही संस्था वेलफेयर हेल्थ आर्गेनाइजेशन इत्यादि कई सारी संस्थाओं द्वारा मानवतावादी योजनाओं को तैयार करके प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान को क्रियावन्तित करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। PMJKYJA सभी संस्थाओं के विचारो को सजो कर देश के लिए बेहतर समाजिक संरचना को तैयार कर रहा है ।

संगठनात्मक संरचना

 

प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान एक बहुआयामी संगठन है जिसकी भारत भर मे सबसे अधिक स्वयं सेवी लोग जुड़े हुये हैं। इसका राष्ट्रीय कार्यालय दिल्ली में स्थित है। प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के सदस्यों की परिसीमा दो वर्ष तक की गई निर्धारित है। प्रत्येक दो वर्ष के के बाद संस्था स्थानीय न्यासों के प्रतिनिधि बदल जाते हैं।

प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान प्रशिक्षण प्रमुख, और संरक्षक को नवीनतम बोर्ड को नामोमित करने की अनुमति है। संस्था मे एक सलाहकारी बोर्ड की व्यवस्था है जो सारी संस्थान का ध्यान रखती है और उसे निर्देशित करती है। सभी लेखायों को बाहारी निरक्षक द्वारा निरंतर जांच करवाई जाती है। खर्चे के आलावा कोई भी न्यासधारियों को किसी भी प्रकार की सैलरी नहीं मिलती है। प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के कार्यक्रम सिर्फ और सिर्फ मानवतावादी मुद्दों एवं आत्मनिर्भता एवं स्वाथ्य जागरूकता पर आधारित होते है। संस्था स्वदेशी को बढ़ाने के उदेदश्य से देशी एवं आयुर्वेदिक सामाग्री, स्वयं सहायता समूह के द्वारा तैयार सामग्री को अपने माध्यम से देश विदेश में प्रचारित एवं प्रसारित करती है। मुख्य रूप से बेरोजगार नौजवानो को रोजगार हेतु प्रशिक्षण एवं धनराशि की व्यवस्था करती है जिससे नौजवान स्वयं का व्यवसाय करके आत्म निर्भर बन सके। संस्था देश के विकास एवं जागरूकता के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है।

युवा नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम (यूथ लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम)
यह हमारा युवाओं का सशक्तिकरण करने का एक आदर्श नमूना है। और हम लोगों के जीवन में सुखद परिवर्तन लाने में सहायक हैं। विश्वभर में भारत एक ऐसा देश है जिसकी आबादी में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा हैं। भारत की आबादी का चालीस प्रतिशत हिस्सा नवयुवक हैं। हमारे युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण पाने के बाद दूसरों के लिए एक आदर्श स्थापित करते हैं। हमारे व्यवहारिक प्रशिक्षण के सत्र ग्रामीण और आदिवासी समुदाय के युवक और युवतियों को सामाजिक और आर्थिक स्तर पर आत्मनिर्भर बनाते हैं। उनके अंदर अपने जीवन में एक सुखद बदलाव लाने का और कुछ नया करने का आत्मविश्वास,उत्साह और एक नई ऊर्जा का जागरण होता है। यह प्रशिक्षण पाने के बाद उनकी मानसिक क्षमता और व्यवसायिक कौशलता का विकास होता है। इसके के द्वारा उन में मानवीय मूल्यों का पुनर्जागरण होता है और प्राकृतिक संसधानों के दीर्घकालीन संचालन के प्रति संवेदनशीलता भी उत्तपन होती है।

5400 शौचालय निमार्ण के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के माध्यम से लाभ दिलाया गया है। 1000 कुओं को संस्था द्वारा पूनः आरम्भ कराया गया है। किसानो के लिए बायो गैस हेतु 200 संयंत्रों का निर्माण किया गया है। 2000 स्वछता शिविरों के माध्यम से स्वच्छ भारत अभियान को प्रचारित एवं प्रसारित किया गया। 1200 चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया जिनसे 22,000 लोगों को फायदा हुआ है। 48 गांवो को आदर्श गांव के रूप मे विकसित किया है। पर्यावरण हित रक्षा

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